Ey Mere Dil
Ey Mere Dil
ऐ मेरे नौसेनिक
छोटी सी माँ की इक
लहरों भरी गुहार
ठहरो नही तनिक
ओ नौसैनिकों!
मेरी ये सुन सको
लहरों में गुम गुहार
तो ठहरों ना रुको
माटी का कर्ज़ है
पानी पे फर्ज है
सागर की सिसकियों
ममता की अर्ज़ है
ऐ मेरे दिल मुझमें तू मिल
मेरे सीप में मोती सा खिल
ऐ मेरे दिल मुझमें तू मिल
साहिल को छोड़ दे
धाराएं तोड़ दे
मस्तूल-ए-पाल को
मंज़िल पे मोड़ दे
साँस से उसे भर दे तू
हाथ को चप्पू कर दे तू
साँस से उसे भर दे तू
*
वर्दी परेड है
व्यूह है बने हुए
बेदाग है और बेशिकन
टांकें तने हुए
लिपटे तन लिबास है
सागर है आकाश है
लिपटे तन लिबास है
सागर है आकाश है
सागर की गोद है
अम्बर की छांव है
कंधा को दे कंधा लहर
और हर कदम के ताल पर
बदल के पांव है
फूटे पंख तेरे अंदर
के गूंजे शंख समंदर (2)
लहरों सा हौसला
अम्बर पे है नज़र
एक दिन ये फासला
तू जाएगा गुज़र
ऐ मेरे दिल मुझमें तू मिल
मेरे सीप में मोती सा खिल
ऐ मेरे दिल मुझमें तू मिल
ऐ मेरे मन छू ले गगन
ऐ मेरे दिल मुझमें तू मिल
(ऐ मेरे दिल
ऐ मेरे मन) (2)
पतवार पे लहर टकराए हर पहर
घूर रहे आंखों से तारे लाखों
मेरे अंदर हैं पंख फूटते
समंदर में शंख गूंजते
ये जो है जीना पंख सजा सीना
खुशबू खुशी भरा हर बूंद पसीना
नौसेना को जान देना
ओढ़ने तिरंगा लेना...
Comments
Post a Comment